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केकड़ी की शिल्पा जैन ने हासिल की डॉक्टरेट की उपाधि

केकड़ी। महाराज विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर के अंतर्गत केकड़ी की शोधार्थी शिल्पा जैन लुहाड़िया पत्नी पारस जैन प्रांहेड़ा ने "युवा बेरोजगारी से निपटने में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के कौशल-आधारित शिक्षा दृष्टिकोण की भूमिका" विषय पर अपना शोध कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण कर डॉक्टरेट की उपाधि अर्जित की है। उन्होनें यह शोधकार्य मात्र चार वर्ष की अवधि में पूर्ण कर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की और केकड़ी का नाम रोशन किया। उन्होनें यह शोध शिक्षाविद डॉ वेदप्रकाश शर्मा के निर्देशन में संपन्न किया। 


शोधार्थी शिल्पा जैन ने बताया कि यह शोध कार्य विगत छह वर्षों के व्यावहारिक तथ्यों, सामाजिक आंकड़ों और नीति विश्लेषण के आधार पर किया गया, जो आज के भारत में युवा बेरोजगारी जैसी ज्वलंत समस्या के समाधान हेतु एक दिशा-प्रदर्शक मॉडल प्रस्तुत करता है। शोध के प्रमुख निष्कर्ष यह दर्शाते हैं कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा प्रतिपादित कौशल आधारित शिक्षा प्रणाली न केवल रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देती है बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर, स्वाभिमानी और राष्ट्रनिर्माण में सहभागी बनाती है। प्रोफेसर डॉ वेद प्रकाश शर्मा ने बताया कि यह शोध एक गंभीर, विश्लेषणात्मक एवं उद्देश्यपरक प्रयास है जो न केवल अकादमिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास में भी इसकी अहम भूमिका होगी। यह शोध शिक्षा नीति निर्माताओं, सामाजिक योजनाकारों, अकादमिक जगत और युवा संगठनों के लिए एक प्रेरक दस्तावेज सिद्ध होगा जो नवीन शिक्षा नीतियों एवं योजनाओं को दिशा देने में सहायक होगी।


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